CHUNAV
देखो चुनाव नतीजों का दिन है आया,
सबके लिए चिंता है लाया |
सालों से होते आये ये चुनाव,
पर इस बार छू गए एक अलग ही पड़ाव |
सभी शहरों के आंकड़ों ने ऐसी छलांग मारी,
मतदान प्रतिशत में कुछ खेल गए साठ और कुछ अस्सी की पारी |
क्या हो गए थे लोग गांधी, केजरीवाल, मोदी को देख इतने भावुक?
या फिर बन गया थे नागरिक थोड़े जागरूक ?
प्रधानमंत्री की कुर्सी के इस बार दो मुख्य प्रत्याशी,
प्रचार के लिए कोई गया दिल्ली तो कोई काशी |
झाड़ू से खाई किसी ने मार,
वहीँ किसी पर हुआ हाथ से वार |
परन्तु इस बार कमल ने अपना जादू चलाया,
लोगों के दिमाग में ख्याल देश का आया |
देखकर झाड़ू को तो सब थक गए थे,
“घर में एक क्या कम है, जो दूसरी झेलें ?” ऐसा कह रहे थे |
और हाथ की मार तो खा ही रहे थे सब इतने सालों से
“लेकिन इस बार नहीं सहेंगे” ऐसा कैसे कह दिया है लोगों ने ?
कमल इस बार सबको है भाया,
देश के लिए इसको मत दें ?” ऐसा सोचने पर मजबूर है करवाया |
इस बार के चुनाव थे तो बड़े मज़ेदार,
हर जगह सुनाई दे रहा है – “अबकी बार, फिर से मोदी सरकार |
एग्जिट पोल ने भी कुछ ऐसा ही बताया,
मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, ऐसा कुछ दिखलाया |
जीतने के लिए सबने खूब किया प्रचार-प्रसार,
परिणाम तो आज देखेंगे, क्यूंकि आज है तेईस मई, गुरूवार |
तेईस मई 2019 की ये तारीख को स्वर्ण अक्षरों से लिखा जायेगा,
ऐसे चुनाव को भला कोई कैसे भुला पायेगा ?
-सुकृति तंखा