देश की रूह – हिंदी
हिंदी देश की आत्मा में बसती है दोस्तों
शरीर नश्वर पर आत्मा कभी नहीं मरती
आत्मा को अगर हम अजर – अमर मानें
तो हिंदी सदा हमारे लफ़्ज़ों में, रूह में है
हिंदी पर गर्व है मुझे, हिंदी से मुझे प्यार है
विज्ञान की छात्रा होने के कारण दसवीं तक हिंदी पढ़ी, वो भी मात्र एक विषय के तौर पर. बाकी गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान सभी अंग्रेज़ी माध्यम से.. घर पर अखबार भी अंग्रेज़ी का ही आता था, पढ़ने को भी कॉमिक्स के अलावा कहानियों की किताबें, फिर कक्षा चार से अंग्रेज़ी नॉवेल ही पढ़े.. सारी शिक्षा अंग्रेज़ी में, नौकरी भी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की एमएनसी में तो बोलचाल भी अंग्रेज़ी… पिछले 15 वर्ष से सरकारी स्कूल में हिंदी माध्यम से पढ़ाते हुए हिंदी के ज्ञान में विस्तार हुआ, फिर मिला फेसबुक पर हिंदी का भंडार.. पिछले 6 वर्ष से हिंदी को लेखन माध्यम बनाया है और देख-पढ़ रही हूँ हर कोई हिंदी ही में लेखन कर रहा है.लेखन हिंदी में तो निश्चय की पाठकवर्ग भी होगा. फिरभी डरते हैं हम कि हिंदी विलुप्त हो रही है. परंतु जब तक सरकारी स्कूल हैं, हिंदी के शिक्षक-लेखक-पाठक हैं, तब तक देश में हिंदी का ही वर्चस्व है.आप चाहे हिंदी फॉन्ट में न लिखकर रोमन लिखते हैं, पर है तो हिंदी.
पिछले वर्ष हिंदी दिवस 2017 को गूगल के हेडक्वार्टर गुरुग्राम आमंत्रित थी, गूगल हिंदी में सुधार के लिए.. हिंदी का चलन है, तो ही गूगल जैसा सबसे बड़ा वेब ब्राउज़र इतनी कोशिश कर रहा है, और इसमें बहुत से नए फीचर भी जुड़ गए हैं. हम भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है.
राष्ट्र की पहचान है हिंदी
हिन्द का अभिमान हिंदी
शब्दों का भंडार हिंदी
भावों की खान है हिंदी
निजता का अहसास दिलाती
हिंदी हर मन में स्नेह उपजाती
सब मिलकर हिंदी अपनायें
विदेशी त्यज हिंदी बन जायें
राजभाषा अब तक हिंदी
प्रण लें राष्ट्रभाषा हो हिंदी
एक लौ हिंदी की आज जलायें
भ्रम- अज्ञान का तिमिर मिटायें
हिंदी में कर हस्ताक्षर अपने
हिन्दुस्तानी की पहचान पाएं
माँ भारती के भाल पर चमकती बिंदी
हिंदुस्तानी भाषाओं की सहोदरी हिंदी
हिंदी मेरे लफ़्ज़ों में, रूह में हिंदी बसती है
हिंदी पर गर्व है मुझे, हिंदी से बेहद प्यार है
🎊हिंदी दिवस 2018 की हर भारतीय को बधाई🎊
🙏🌼जय हिंद!जय हिंदीभाषी!जय हिंदी !🙏🌼
नीलू ‘नीलपरी’ व्याख्याता, मनोवैज्ञानिक, लेखिका, कवयित्री, संपादिका हैं